साल 2025 में दिवाली का पर्व 20 अक्टूबर, सोमवार को मनाया जाएगा। यह पर्व कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है।
– दिवाली पर भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन का उत्सव मनाया जाता है। – मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। – यह दिन धन, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
– लक्ष्मी पूजन मुहूर्त: शाम 6:30 बजे से 8:15 बजे तक – पूजा का सर्वोत्तम समय प्रदोष काल में माना जाता है।
– घरों की सफाई और सजावट की जाती है। – दीये और रंगोली से आंगन सजाए जाते हैं। – परिवार और मित्रों को उपहार और मिठाइयाँ दी जाती हैं।
– लक्ष्मी-गणेश पूजन करें – दीपदान करें – जरूरतमंदों को दान दें
– झगड़ा और नकारात्मक बातें न करें – अधिक शोर और प्रदूषण वाले पटाखों से बचें – रातभर घर को अंधेरा न रहने दें
दिवाली पर दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। यह पर्व खुशियों और नई शुरुआत का प्रतीक है।