करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। साल 2025 में यह व्रत शुक्रवार , 10 अक्टूबर 2025 को रखा जाएगा।
इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
– पूजा का शुभ समय: शाम 05:46 बजे से 07:02 बजे तक – चंद्रोदय समय: रात 08:16 बजे
– सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें। – दिनभर निर्जला उपवास रखें। – शाम को करवा चौथ की कथा सुनें। – चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत तोड़ें।
करवा चौथ पर चांद निकलने का इंतजार सबसे खास पल होता है। महिलाएं छलनी से पति का चेहरा देखकर अर्घ्य अर्पित करती हैं और फिर पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत खोलती हैं।
सुबह जल्दी स्नान करें और संकल्प लें। कथा और पूजा विधि सही ढंग से करें। व्रत के दौरान झूठ न बोलें। दूसरों को दुखी न करें।
यह व्रत सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि पति-पत्नी के बीच प्रेम, विश्वास और समर्पण का प्रतीक है।
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