कामदा एकादशी 2025
कामदा एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। वर्ष 2025 में, यह व्रत मंगलवार, 8 अप्रैल को रखा जाएगा।
कामदा एकादशी 2025 की तिथि और समय:
एकादशी तिथि प्रारंभ:
7 अप्रैल 2025 को रात 8:09 बजे
एकादशी तिथि समाप्त:
8 अप्रैल 2025 को रात 9:12 बजे
पारण समय:
9 अप्रैल 2025 को सुबह 5:45 से 8:15 बजे तक
कामदा एकादशी का महत्व:
कामदा एकादशी का अर्थ है 'इच्छाओं को पूर्ण करने वाली एकादशी'। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी पापों का नाश होता है और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कामदा एकादशी व्रत कथा
प्राचीन काल में, नागलोक के राजा पुण्डरीक की सभा में गंधर्व ललित और उनकी पत्नी ललिता निवास करते थे। एक दिन, सभा में प्रस्तुति के दौरान ललित की ध्यान भटक गया और उन्होंने गाने में गलती कर दी। राजा ने क्रोधित होकर ललित को राक्षस बनने का श्राप दिया। ललिता ने ऋषि शृंगी से उपाय पूछा, जिन्होंने उसे कामदा एकादशी व्रत करने की सलाह दी। ललिता ने व्रत किया और उसके पुण्य से ललित का श्राप समाप्त हो गया।
व्रत विधि
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स्नान और संकल्प:
प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें। –
पूजा:
भगवान विष्णु की पूजा करें, उन्हें फूल, फल और तुलसी अर्पित करें। –
उपवास:
दिनभर उपवास रखें; फलाहार या जलाहार कर सकते हैं। –
रात्रि जागरण:
रात्रि में जागरण कर भगवान के भजन करें। –
पारण:
द्वादशी तिथि में पारण समय पर व्रत का समापन करें।
व्रत के लाभ
कामदा एकादशी व्रत से पापों का नाश होता है, इच्छाएं पूर्ण होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह व्रत संतान प्राप्ति और सुख-समृद्धि के लिए भी किया जाता है।
कामदा एकादशी का व्रत विधिपूर्वक करने से भक्तों को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति आती है।
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