श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2025: तिथि, व्रत विधि और पूजन महत्व

कृष्ण जन्माष्टमी 2025 कब है?

🗓️ तिथि: शनिवार, 16 अगस्त 2025 🌙 अष्टमी तिथि प्रारंभ: 16 अगस्त को दोपहर 12:32 बजे 🌙 अष्टमी तिथि समाप्त: 17 अगस्त को दोपहर 01:15 बजे

जन्माष्टमी का महत्व

👶 श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं 🪔 इस दिन उनके प्राकट्य की लीलाएं, भक्तों को धर्म, प्रेम और कर्म का संदेश देती हैं

व्रत और पूजन विधि

🌿 प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें 🌸 मध्यरात्रि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्माभिषेक करें 🍯 पंचामृत, तुलसी पत्र, माखन-मिश्री अर्पण करें 🕯️ कीर्तन, भजन और श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करें

व्रत के नियम

✅ निराहार या फलाहार व्रत करें 🚫 तामसिक भोजन, क्रोध, और निंदा से दूर रहें 🕉️ रात 12 बजे तक जागरण और भक्ति करें

कैसे मनाएं जन्मोत्सव

🏠 घर में झूला सजाएं और बाल गोपाल को झुलाएं 🎨 दही-हांडी, रासलीला, और सजावट के कार्यक्रम करें 🎉 बच्चों को श्रीकृष्ण के रूप में सजाएं

आध्यात्मिक संदेश

💫 श्रीकृष्ण का जन्म केवल उत्सव नहीं, आत्म-जागृति का प्रतीक है 🙏 यह दिन हमें धर्म, करुणा, और निस्वार्थ प्रेम का स्मरण कराता है

पारण तिथि व समय

📅 पारण: 17 अगस्त 2025 को अष्टमी समाप्ति के बाद 🌅 व्रत तोड़ने का उचित समय द्वापर काल या सूर्योदय के बाद माना जाता है