सर्व पितृ अमावस्या 2025 – तिथि पूजा विधि और महत्व

सर्व पितृ अमावस्या क्या है?

पितृ पक्ष की अंतिम तिथि को सर्व पितृ अमावस्या कहते हैं। इस दिन सभी पूर्वजों को श्रद्धा और तर्पण अर्पित किया जाता है।

तिथि और समय 2025

सर्व पितृ अमावस्या 2025 की तिथि:  अमावस्या तिथि – 21 सितंबर 2025, रविवार अमावस्या आरंभ: 20 सितंबर रात 09:55  अमावस्या समाप्त: 21 सितंबर रात 08:33

पूजा विधि

स्नान के बाद पवित्र मन से पूजा करें।  पितरों को तर्पण और पिंडदान अर्पित करें।  ब्राह्मणों को भोजन और दान दें।  घर में दीपक जलाकर शांति प्रार्थना करें।

महत्व

पितरों की आत्मा की शांति के लिए विशेष दिन।  पितरों का आशीर्वाद परिवार में सुख-समृद्धि लाता है।  पितृ दोष से मुक्ति का श्रेष्ठ उपाय।

पितृ तर्पण का नियम

तर्पण पवित्र नदी, सरोवर या घर पर तांबे के पात्र से किया जा सकता है।  काले तिल, कुशा और जल का प्रयोग करें।  पितरों का स्मरण कर उन्हें श्रद्धा से जल अर्पित करें।

दान का महत्व

अन्न, वस्त्र और दक्षिणा का दान करना उत्तम माना जाता है।  इससे पितरों के साथ-साथ देवताओं और ब्राह्मणों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।

सर्व पितृ अमावस्या का व्रत और तर्पण जीवन में पितरों का आशीर्वाद लाता है। इस दिन किया गया श्राद्ध मोक्ष और कल्याणकारी माना जाता है।