भौम प्रदोष व्रत उस प्रदोष व्रत को कहा जाता है जो मंगलवार को पड़ता है। यह व्रत विशेष रूप से भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है।
तारीख: 8,जुलाई 2025 दिन: मंगलवार प्रदोष काल: शाम 6:30 बजे से रात 8:45 बजे तक (स्थानीय पंचांग अनुसार)
🔸 मंगल दोष और कर्ज से मुक्ति 🔸 रोग-शोक से छुटकारा 🔸 वैवाहिक जीवन में शांति 🔸 शिव कृपा और तेज की प्राप्ति
🧹 घर की सफाई करें 🪔 स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें 🌿 व्रत का संकल्प लें 🍲 दिन भर फलाहार या उपवास करें
🔸 शिवलिंग पर जल, दूध व पंचामृत अर्पित करें 🔸 बेलपत्र, धतूरा, आक, चंदन चढ़ाएं 🔸 घी का दीपक जलाएं 🔸 “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें 🔸 शिव-पार्वती की आरती करें
🌸 भौम प्रदोष की पौराणिक कथा का श्रवण करें 🌟 यह कथा शिवभक्ति, उपवास और श्रद्धा की शक्ति को दर्शाती है
🌅 अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें 🌾 सात्विक भोजन से व्रत का पारण करें 🙏 शिव का ध्यान करते हुए धन्यवाद दें
🌺 जो श्रद्धा से भौम प्रदोष व्रत करता है, उसे शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है ✨ जीवन में मंगल, स्वास्थ्य और समृद्धि आती है
🛑 व्रत में क्रोध, कटु वचन और तामसिक भोजन से बचें 🌼 पूरे दिन शिव मंत्रों का जप करते रहें
🙏 हर प्रदोष व्रत एक अवसर है शिव से जुड़ने का 🌙 अगले प्रदोष व्रत के लिए फिर मिलेंगे...