अबूझ मुहूर्त का पर्व - जानिए तिथि, पूजा विधि और शुभ महत्त्व!
क्या है अक्षय तृतीया?
अक्षय तृतीया को ‘अखा तीज’ भी कहा जाता है।यह वह दिन है जब बिना किसी मुहूर्त के शुभ कार्य किए जा सकते हैं।‘अक्षय’ का अर्थ है – जो कभी नष्ट न हो!
तिथि और मुहूर्त (2025)
📅 तिथि: बुधवार, 30 अप्रैल 2025
🕒 पूजा का शुभ समय:
सुबह 05:40 बजे से दोपहर 12:20 बजे तक
🌞 Tritiya Tithi begins: 29 अप्रैल रात 11:20 बजे
🌕 Ends: 30 अप्रैल रात 01:30 बजे
धार्मिक मान्यताएँ
इस दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। महाभारत में युधिष्ठिर को श्रीकृष्ण ने अक्षय पात्र दिया। गंगा अवतरण भी इसी दिन माना जाता है।
क्या करें इस दिन?
✔ सोना, चांदी, भूमि या वाहन की खरीदारी✔ अन्न, वस्त्र और दान देना✔ लक्ष्मी-नारायण की पूजा करें✔ तुलसी में जल अर्पण करें
क्या न करें?
❌ उधार न लें और न दें❌ विवाद और क्रोध से बचें❌ अपवित्र वस्त्रों से पूजा न करें
शुभ कार्यों की शुरुआत
💍 विवाह🏠 गृह प्रवेश📿 मंत्र सिद्धि🚘 वाहन खरीदइन सभी के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है!
समृद्धि का प्रतीक
इस दिन किया गया हर शुभ कार्य‘अक्षय’ फल प्रदान करता है ,मतलब उसका पुण्य कभी खत्म नहीं होता!
अक्षय तृतीया 2025 की शुभकामनाएं!
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