Bhagavad Gita Chapter 1 Verse 38 39

क्या लोभ हमारे विवेक को नष्ट कर देता है? अर्जुन का गीता में गंभीर प्रश्न

Bhagavad Gita Chapter 1 Shloka 38 39 यद्यप्येते न पश्यन्ति लोभोपहतचेतस: |कुलक्षयकृतं दोषं मित्रद्रोहे च पातकम् || 38 ||कथं न […]

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