
राजस्थान की धरती पर हर साल लगने वाला पुष्कर मेला (Pushkar Mela) भारत की सबसे बड़ी सांस्कृतिक और धार्मिक घटनाओं में से एक है। यह मेला न केवल पशु व्यापार के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि अपनी परंपराओं, संगीत, नृत्य और लोक संस्कृति के लिए भी दुनियाभर में जाना जाता है।
Pushkar Mela 2025 का आयोजन इस वर्ष 30 अक्टूबर से 5 नवम्बर 2025 तक किया जाएगा। हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इस मेले में भाग लेते हैं।
History and Significance – पुष्कर मेले का इतिहास और महत्व
पुष्कर मेला का इतिहास लगभग 150 वर्षों से भी पुराना है। पहले यह मेला ऊँट और पशु व्यापार के लिए शुरू किया गया था, ताकि ग्रामीण व्यापारी एक जगह इकट्ठे होकर अपने ऊँट, घोड़े और अन्य पशुओं का आदान-प्रदान कर सकें। धीरे-धीरे यह व्यापारिक आयोजन एक विशाल सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव में बदल गया। 
धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान ब्रह्मा ने पुष्कर झील के तट पर एक महान यज्ञ किया था। ऐसा कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन इस झील में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए, यह मेला श्रद्धा और आस्था दोनों का प्रतीक बन गया है।
Pushkar Mela 2025 Date and Time – पुष्कर मेला 2025 की तारीख़ और समय
| आयोजन | तिथि | 
|---|---|
| मेले की शुरुआत | 30 अक्टूबर 2025 | 
| मेले का समापन | 5 नवम्बर 2025 | 
| विशेष स्नान (कार्तिक पूर्णिमा) | 5 नवम्बर 2025 | 
अगर आप मेले की पूरी रौनक और पशु व्यापार देखना चाहते हैं, तो आपको मेले की शुरुआत से 1-2 दिन पहले पहुँच जाना चाहिए। पहले तीन दिन camel and horse trading के लिए सबसे महत्वपूर्ण होते हैं, जब हजारों ऊँट और घोड़े रेगिस्तान की रेत पर एकत्रित होते हैं।
Fame of Pushkar Mela – पुष्कर मेला किसलिए प्रसिद्ध है
Pushkar Mela 2025 को विश्व का सबसे बड़ा ऊँट और घोड़ा मेला माना जाता है। यहाँ हर साल लगभग 25,000 से अधिक ऊँट और घोड़े भाग लेते हैं।
इस मेले का हर दिन एक नया अनुभव देता है — कहीं पर लोक संगीत गूंजता है, कहीं पर ऊँट की दौड़ होती है, और कहीं राजस्थान की रंग-बिरंगी संस्कृति अपनी झलक दिखाती है।
मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं:
- Camel and Horse trading market
- Camel races और horse competitions
- Longest Moustache contest
- Folk dance and cultural performances
- Craft bazaar और पारंपरिक खाने के स्टॉल
Pushkar Mela Horse Show – पुष्कर मेला घोड़ा शो

पुष्कर मेला में सबसे खास आकर्षण होता है Marwari Horse Show। राजस्थान की यह घोड़े की नस्ल अपने सुंदर कानों और शक्ति के लिए प्रसिद्ध है।
इन घोड़ों की कीमत लाखों से लेकर कई बार 7 करोड़ रुपये तक पहुँच जाती है। मेले के दौरान घोड़ों के beauty contests, dance performances, और trading events आयोजित किए जाते हैं। 
यह आयोजन न केवल व्यापारियों के लिए, बल्कि पर्यटकों के लिए भी रोमांचक अनुभव होता है। घोड़ों को पारंपरिक तरीके से सजाया जाता है, और उनके मालिक गर्व से उन्हें प्रदर्शित करते हैं।
Highlights of Pushkar Mela 2025 – पुष्कर मेले की प्रमुख विशेषताएं
पुष्कर मेला केवल पशु व्यापार तक सीमित नहीं है। यह राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और धार्मिक भावनाओं का जीवंत उत्सव है।
नीचे कुछ प्रमुख आकर्षण दिए गए हैं:
| आकर्षण | विवरण | 
|---|---|
| Camel & Horse Races | रोमांचक प्रतियोगिताएं जिनमें सजे-धजे ऊँट और घोड़े हिस्सा लेते हैं | 
| Cultural Programs | लोक संगीत, नृत्य, और पारंपरिक प्रस्तुतियाँ | 
| Hot Air Balloon Ride | ऊपर से पूरे मेले का नज़ारा | 
| Moustache Competition | राजस्थान की पारंपरिक मूंछों की शान | 
| Handicraft & Food Stalls | पारंपरिक कला, वस्त्र और व्यंजन | 
धार्मिक महत्व
पुष्कर झील का धार्मिक महत्व अत्यधिक है। यह माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन इस झील में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप मिट जाते हैं।
Brahma Temple दुनिया का एकमात्र मंदिर है जो भगवान ब्रह्मा को समर्पित है। लाखों श्रद्धालु इस दिन स्नान के बाद मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं।
झील के चारों ओर 52 घाट और 400 से अधिक मंदिर हैं जो पूरे पुष्कर को एक धार्मिक वातावरण प्रदान करते हैं।
Location and Fair Ground – पुष्कर मेला का स्थान
पुष्कर मेला, राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित पुष्कर शहर में आयोजित किया जाता है।
मुख्य आयोजन स्थल Pushkar Fair Ground है, जो ब्रह्मा मंदिर से पश्चिम दिशा में स्थित है।
रेतीले टीलों के बीच फैला यह क्षेत्र रंग, संस्कृति और व्यापार का अनोखा संगम बन जाता है।
Accommodation During Pushkar Mela – ठहरने की व्यवस्था
पुष्कर मेले के दौरान यहाँ हजारों पर्यटकों की भीड़ रहती है। इसलिए यहाँ पर रहने के कई शानदार विकल्प मौजूद हैं।
आप Luxury Camps, Resorts और Heritage Hotels में से अपनी पसंद चुन सकते हैं।
लोकप्रिय विकल्प:
- Pushkar Palace
- Jagat Palace
- Ananta Spa & Resort
- Pushkar Bagh
- Dera Masuda
जो पर्यटक पारंपरिक अनुभव चाहते हैं, उनके लिए Luxury Tented Camps एक शानदार विकल्प हैं जहाँ से आप रेगिस्तान की शामों का आनंद ले सकते हैं।
How to Reach Pushkar – पुष्कर कैसे पहुँचें
By Air:
निकटतम हवाई अड्डा Kishangarh Airport (Ajmer) है, जो पुष्कर से लगभग 50 किमी दूर है। यहाँ से टैक्सी और बस आसानी से उपलब्ध हैं।
By Train:
Ajmer Railway Station पुष्कर से केवल 10 किमी की दूरी पर है। देश के प्रमुख शहरों से अजमेर तक सीधी ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं।
By Road:
जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर और अजमेर से नियमित बस और टैक्सी सेवाएँ पुष्कर के लिए चलती हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 89 इस क्षेत्र को अच्छी तरह जोड़ता है।
Nearby Attractions – आसपास के दर्शनीय स्थल
पुष्कर मेला केवल ऊँट और घोड़े के मेले के लिए ही नहीं, बल्कि इसके आसपास मौजूद धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है। यदि आप Pushkar Mela 2025 में आ रहे हैं, तो यहाँ के प्रमुख आकर्षण स्थलों की यात्रा अवश्य करें। ये स्थान आपको राजस्थान की संस्कृति, भक्ति और सौंदर्य से परिचित कराएंगे।
Brahma Temple – ब्रह्मा मंदिर
भगवान ब्रह्मा को समर्पित दुनिया का एकमात्र मंदिर
पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर (Brahma Temple) इस शहर की सबसे प्रसिद्ध पहचान है। यह मंदिर भगवान ब्रह्मा को समर्पित है — जो सृष्टि के रचयिता माने जाते हैं। माना जाता है कि भगवान ब्रह्मा ने पुष्कर झील के किनारे एक महान यज्ञ किया था, और उसी के पश्चात इस मंदिर का निर्माण हुआ। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहाँ लाखों श्रद्धालु स्नान के बाद पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।
मंदिर में संगमरमर से बनी सुंदर मूर्तियाँ, लाल रंग की दीवारें और घंटियों की गूंज एक आध्यात्मिक वातावरण बनाती है। यह स्थान पुष्कर झील से कुछ ही दूरी पर स्थित है और धार्मिक यात्रियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है।
Rose Garden – पुष्कर का गुलाब उद्यान
Pushkar – The “Rose Garden of Rajasthan”
पुष्कर को “Rose Garden of Rajasthan” कहा जाता है, क्योंकि यहाँ उगने वाले गुलाब देश और विदेश में प्रसिद्ध हैं। इस क्षेत्र की मिट्टी और मौसम गुलाब की खेती के लिए अत्यंत उपयुक्त हैं। पुष्कर के गुलाब से बनने वाला rose water और attar (इत्र) विश्वभर में निर्यात किया जाता है।
गुलाब के खेतों में टहलना एक अनोखा अनुभव होता है। यहाँ की खुशबू पूरे वातावरण को महका देती है। अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं, तो यह स्थान आपको प्राकृतिक सुंदरता के अद्भुत दृश्य प्रदान करता है। यह पुष्कर के मुख्य बाजार से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
Rangji Temple – रंगजी मंदिर
राजपूत, मुगल और दक्षिण भारतीय स्थापत्य का अद्भुत संगम
Rangji Temple पुष्कर का एक प्रसिद्ध धार्मिक और स्थापत्य स्थल है। यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री रंगनाथ जी को समर्पित है। मंदिर की वास्तुकला में तीनों प्रमुख शैलियों — राजपूत, मुगल और दक्षिण भारतीय — का सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है।
यहाँ के ऊँचे गोपुरम (दक्षिण भारतीय शैली के द्वार), संगमरमर की नक्काशी, और रंगीन दीवारें देखने लायक हैं। मंदिर के चारों ओर एक शांत वातावरण है जो मन को अध्यात्म की अनुभूति कराता है। यह स्थल पुष्कर के पुराने बाजार के पास स्थित है और धार्मिक यात्रियों के साथ-साथ इतिहास प्रेमियों के बीच भी लोकप्रिय है।
Sarafa Bazaar – सर्राफा बाजार
राजस्थान की पारंपरिक खरीदारी का केंद्र
अगर आप shopping lover हैं तो पुष्कर का Sarafa Bazaar आपके लिए स्वर्ग से कम नहीं। यहाँ आपको राजस्थान की पारंपरिक झलक हर दुकान पर मिलेगी। रंगीन कपड़े, राजस्थानी ज्वेलरी, हस्तशिल्प की वस्तुएँ, लकड़ी और पत्थर की मूर्तियाँ, कांच के लैंप, और सजावटी वस्तुएँ यहाँ खूब बिकती हैं।
स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए embroidered bags, dupattas, silver jewelry, leather goods और handcrafted souvenirs यहाँ की खासियत हैं। यहाँ खरीदारी के साथ-साथ आप स्थानीय स्ट्रीट फूड जैसे kachori, malpua और dal baati churma का भी स्वाद ले सकते हैं। सर्राफा बाजार मेले के समय सबसे ज़्यादा जीवंत रहता है।
Naga Pahar – नागा पहाड़
अजमेर और पुष्कर के बीच स्थित पवित्र पहाड़ी
Naga Pahar (नागा पहाड़) पुष्कर और अजमेर के बीच स्थित एक पवित्र पहाड़ी है। स्थानीय मान्यता के अनुसार, यह पहाड़ी समय के साथ धीरे-धीरे घट रही है क्योंकि यहाँ भगवान ब्रह्मा और भगवान शिव के बीच विवाद हुआ था। इस पहाड़ी पर स्थित Nag Kund को पवित्र माना जाता है और लोग यहाँ ध्यान और पूजा करने आते हैं।
नागा पहाड़ से पूरे पुष्कर शहर और झील का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। यहाँ सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य बेहद आकर्षक होता है, जो फोटोग्राफर्स और प्रकृति प्रेमियों के लिए खास अनुभव होता है। यह स्थान शांत वातावरण में आत्म-चिंतन और विश्राम के लिए एकदम उपयुक्त है।
Why You Must Visit These Places – इन जगहों की यात्रा क्यों करें
पुष्कर मेला केवल एक मेले का अनुभव नहीं है, बल्कि यह राजस्थान की संस्कृति, आस्था और प्रकृति की आत्मा को महसूस करने का अवसर है। इन दर्शनीय स्थलों की यात्रा आपको आध्यात्मिकता, प्राकृतिक सौंदर्य और पारंपरिक जीवनशैली का मिश्रण प्रदान करती है।
यदि आप Pushkar Mela 2025 में जा रहे हैं, तो इन स्थानों को अपने यात्रा कार्यक्रम में अवश्य शामिल करें — यह आपकी यात्रा को और भी यादगार बना देगा।
Travel Tips – यात्रा सुझाव
- होटल और कैंप की बुकिंग पहले से करा लें।
- हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें क्योंकि दिन में मौसम गर्म रहता है।
- कैमरा या फोन साथ रखें ताकि शानदार दृश्य कैद कर सकें।
- भीड़ में अपने कीमती सामान का ध्यान रखें।
Pushkar Mela 2025 केवल एक मेला नहीं बल्कि राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और आत्मा का प्रतीक है। यहाँ की लोक धुनें, सजाए गए ऊँट-घोड़े, धार्मिक अनुष्ठान और जीवंत माहौल हर पर्यटक के दिल में एक अलग अनुभव छोड़ते हैं।
अगर आप असली राजस्थान देखना चाहते हैं — तो इस साल का Pushkar Mela 2025 आपका इंतज़ार कर रहा है।









 
  
  