
मंदिर का परिचय-
अन्नपूर्णा मंदिर इंदौर का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो देवी अन्नपूर्णा को समर्पित है। यह मंदिर अपनी अद्भुत वास्तुकला, धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के कारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इस मंदिर को इंदौर का “मिनी मदुरै” भी कहा जाता है क्योंकि इसकी वास्तुकला दक्षिण भारतीय मंदिरों से मिलती-जुलती है।
मंदिर का इतिहास-
अन्नपूर्णा मंदिर का निर्माण 9वीं शताब्दी में हुआ माना जाता है। हालांकि, वर्तमान मंदिर का स्वरूप 20वीं शताब्दी में निर्मित हुआ है। अन्नपूर्णा मंदिर की स्थापना 1959 में की गई थी। यह मंदिर देवी अन्नपूर्णा को समर्पित है, जो हिंदू धर्म में अन्न (भोजन) की देवी मानी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण भक्तों की भक्ति और श्रद्धा के प्रतीक के रूप में किया गया था। मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया गया है, जो उत्तर भारतीय मंदिरों की एक प्रमुख शैली है। मंदिर की स्थापत्य शैली द्रविड़ वास्तुकला से प्रेरित है।
मंदिर की वास्तुकला-
अन्नपूर्णा मंदिर की वास्तुकला बेहद भव्य है। मंदिर के मुख्य द्वार पर चार विशाल हाथी की मूर्तियाँ हैं, जो इसकी सुंदरता को और बढ़ाती हैं। मंदिर का शिखर दक्षिण भारतीय शैली में बना हुआ है और इसके चारों ओर कई छोटी-छोटी मंदिर संरचनाएँ स्थित हैं।
प्रमुख देवी-देवता-
मंदिर में मुख्य रूप से देवी अन्नपूर्णा की प्रतिमा स्थापित है, जो एक स्वर्ण मुकुट धारण किए हुए हैं। इनके अलावा यहाँ काल भैरव, शिवजी, हनुमान जी और भगवान कृष्ण की मूर्तियाँ भी स्थित हैं।
धार्मिक महत्व-
देवी अन्नपूर्णा को भोजन और समृद्धि की देवी माना जाता है। इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालु विशेष रूप से अन्नदान (भोजन वितरण) में भाग लेते हैं। यहाँ हर दिन भक्तों को प्रसाद और भोजन वितरित किया जाता है।
प्रमुख त्योहार और आयोजन
नवरात्रि: नौ दिनों तक विशेष पूजा और भव्य उत्सव मनाया जाता है
दीपावली: मंदिर को दीपों से सजाया जाता है।
अन्नकूट: इस दिन भक्तों को विशेष प्रसाद दिया जाता है।
गुरुपूर्णिमा: इस अवसर पर संत-महात्माओं का विशेष सत्संग होता है।
यह भी पढ़ें: कैंची धाम, उत्तराखंड: एक दिव्य आध्यात्मिक स्थल की अद्भुत यात्रा
मंदिर में दर्शन का समय-
सुबह: 6:00 AM से 12:00 PM
शाम: 4:00 PM से 9:00 PM
मंदिर तक कैसे पहुँचे?
अन्नपूर्णा मंदिर इंदौर शहर के मध्य में स्थित है और यहाँ तक पहुँचना बहुत आसान है।
रेल मार्ग: इंदौर रेलवे स्टेशन से लगभग 5 किमी की दूरी पर स्थित है।
हवाई मार्ग: देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाई अड्डे से लगभग 10 किमी दूर है।
सड़क मार्ग: इंदौर के विभिन्न भागों से ऑटो, बस और टैक्सी के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
मंदिर के पास अन्य दर्शनीय स्थल-
खजराना गणेश मंदिर – प्रसिद्ध गणेश मंदिर, जहाँ लाखों भक्त दर्शन करने आते हैं।
राजवाड़ा – होल्कर वंश का ऐतिहासिक महल।
सराफा बाजार – प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड मार्केट।
लालबाग पैलेस – होल्कर राजाओं का खूबसूरत महल।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड का प्रसिद्ध शक्तिपीठ सुरकंडा देवी मंदिर एक विस्तृत विवरण
मंदिर में नियम और अनुशासन-
मंदिर में साफ-सफाई बनाए रखें।
मोबाइल फोन का उपयोग मंदिर परिसर में न करें।
मंदिर में फोटोग्राफी निषिद्ध हो सकती है।
श्रद्धालुओं को शांतिपूर्वक दर्शन करना चाहिए।
यहाँ अन्नपूर्णा मंदिर, इंदौर से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर हैं:
अन्नपूर्णा मंदिर कहाँ स्थित है?
अन्नपूर्णा मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित है।
Annapurna Mandir किस देवी को समर्पित है?
यह मंदिर माता अन्नपूर्णा को समर्पित है, जो भोजन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं।
अन्नपूर्णा मंदिर की खास विशेषता क्या है?
मंदिर का वास्तुकला दक्षिण भारतीय शैली में बना है और इसके मुख्य द्वार पर चार विशाल हाथी की मूर्तियाँ हैं, जो इसे भव्य रूप देती हैं।
अन्नपूर्णा मंदिर का धार्मिक महत्व क्या है?
यह मंदिर भक्तों के लिए भोजन और अन्न की देवी की कृपा प्राप्त करने का एक प्रमुख केंद्र है, जहाँ श्रद्धालु निःशुल्क भोजन प्रसाद भी प्राप्त कर सकते हैं।
अन्नपूर्णा मंदिर में कौन-कौन से अन्य देवताओं के मंदिर हैं?
मंदिर परिसर में भगवान शिव, हनुमान और कालभैरव के भी मंदिर स्थित हैं, जहाँ भक्त पूजा-अर्चना करते हैं।